Tag: Renewable Energy

Galvanizing Organic Bio-Agro Resources Dhan (GOBARdhan)
Ministry Of Jal Shakti
Keshaw Dhiwar

Galvanizing Organic Bio-Agro Resources Dhan (GOBARdhan)

विवरण
गैल्वेनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो-एग्रो रिसोर्सेज धन (गोबरधन) को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा अप्रैल 2018 में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन घटक के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था ताकि गाँवों की स्वच्छता पर सकारात्मक प्रभाव डाला जा सके और मवेशियों एवं जैविक कचरे से धन एवं ऊर्जा उत्पन्न की जा सके। गोबरधन का मुख्य उद्देश्य गाँवों को स्वच्छ रखना, ग्रामीण परिवारों की आय बढ़ाना और मवेशियों के अपशिष्ट से ऊर्जा एवं जैविक खाद उत्पन्न करना है। चूँकि ग्रामीण भारत पहले ही खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) का दर्जा प्राप्त कर चुका है, इसलिए गोबरधन का महत्व बढ़ गया है क्योंकि यह गाँवों को ओडीएफ-प्लस का दर्जा प्राप्त करने में सहायता करता है, जो स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण II का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है।

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National Renewable Energy Internship Scheme
Central Yojana
Ved Dhruw

National Renewable Energy Internship Scheme

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा “राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा इंटर्नशिप (एनआरईआई) योजना” भारत या विदेश में मान्यता प्राप्त संस्थानों/विश्वविद्यालयों में नामांकित स्नातक/स्नातकोत्तर/स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों या शोधार्थियों को “इंटर्न” के रूप में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करती है। विभिन्न इंजीनियरिंग, विज्ञान, प्रबंधन, कानून और अन्य धाराओं के छात्र अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में शोधकर्ता/प्रबंधक बनने के लिए मंत्रालय की विभिन्न गतिविधियों को समझने के लिए मंत्रालय और इसके तत्वावधान में संगठनों में इंटर्नशिप कर सकते हैं। इन इंटर्न को मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रम प्रभागों में वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों के साथ जोड़ा जाएगा।

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Saur Sujala Yojana
Chhattisgarh
Keshaw Dhiwar

Saur Sujala Yojana

सौर सुजला योजना का उद्देश्य किसानों की सिंचाई आवश्यकताओं के लिए सौर सिंचाई पम्प स्थापित करना है।किसानों को रियायती दरों पर सिंचाई पम्प उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से 01 नवम्बर 2016 को यह योजना प्रारंभ की गई है।
सौर पम्प के उपयोग से राज्य में कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ भू-जल संरक्षण एवं संवर्द्धन तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
योजना के अंतर्गत 03 एच.पी. तथा 05 एच.पी. क्षमता के सौर पम्प स्थापित करने का प्रावधान है।
सौर सुजला योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा- छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण) द्वारा किया जा रहा है।योजना के अंतर्गत हितग्राहियों का चयन कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। योजना के अंतर्गत 01 लाख से अधिक सौर पम्प स्थापित किए जा चुके हैं।

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